गणित ज्ञान का एक क्षेत्रविशेष। इसके शुद्ध और नियोज्य दो भेद कहे गए हैं। शुद्ध गणित के अंतर्गत, बीजगणित, ज्यामितीय और संख्या सिद्धांत आते हैं। नियोज्य के अंतर्गत यंत्रशास्त्र, भूमापन, भूपदार्थ विज्ञान, ज्योतिष आदि विषय है। इस ज्ञान क्षेत्र ने अति प्राचीन काल में भारत, मिस्र बाबुल, आदि देशों में विशेष उन्नति की थी। इस संबंध की विशेष जानकारी के लिए उपर्युक्त विषय द्रष्टव्य हैं। (परमेश्वरीलाल गुप्त)