गजेंद्रमोक्ष भागवत-पुराण-वर्णित एक प्रसिद्ध आख्यान। अगस्त्य ऋषि ने संमान ने करने के अपराध में इंद्रद्युम्न नामक राजा को गज योनि में जन्म लेने का शाप दिया। वह गज एक दिन गंगा नदी में क्रीडा कर रहा था तभी एक मगर ने उसका पैर पकड़ लिया। हाथी ने मगर से छूटने की बहुत चेष्टा की। जब सफल न हो सका तो उसने विष्णु से गुहार की और विष्णु ने आकर उसे छुड़ाया। भक्तिमार्ग के बीच इस आख्यान का विशेष महत्व है। कहा जाता है, गजेंद्र मोक्ष का स्थान गंडकी और गंगा के संगम पर था। फलत: मुजफ्फरपुर जिलांतर्गत सोनपुर के निकट इस स्थान की पहचान की जाती है। प्रति वर्ष वहाँ कार्तिक पूर्णिमा को एक विशाल मेला लगता है। (परमेश्वरीलाल गुप्त)