गंगाद्वार महाभारत में हरिद्वार का उल्लेख गंगाद्वार के रूप में हुआ है (वन पर्व ८१।१४; अनुशासन पर्व २५।१३)। कहा जाता है कि यहीं विष्णु ने वामन रूप धारण कर बलि को छला था। शैव क्षेत्र के रूप में इसकी ख्याति है। (परमेश्वरीलाल गुप्त)