खुफू प्राचीन मिस्र का एक फराऊन जो वहाँ के चतुर्थ राजवंश का प्रारंभयिता माना जाता है। प्रसिद्ध ग्रीक इतिहासकार हेरोदोतस् ने भ्रमवश उसे ऐतिहासिक विवरण में २०वें राजवंश के संदर्भ में रखा है, जो आधुनिक खोजों की दृष्टि से गलत है। प्रसिद्ध मिस्री पुराविद् पेत्री के अनुसार खुफू लगभग ३९६९ ई. पू. में उत्पन्न होकर लगभग ३९०८ ई. पू. में मरा और उसने ५० वर्ष राज किया। अन्य विद्वानों का मत इससे भिन्न है जो २९०० ई. पू. के लगभग उसका २३ वर्ष राज करना संभव मानते हैं। आबीदोस के मंदिर आदि में मिली कुछ प्राचीन सामाग्रियों के आधार पर खुफू की ऐतिहासिकता में संदेह नहीं है। प्राचीन मिस्री परंपराओं के आधार पर कुछ विद्वान् इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं कि खुफू ने प्राचीन मंदिरों को बंद कर दिया था, उनकी देवोत्तर संपत्ति छीन ली थीं और प्राचीन देवताओं का पूजन समाप्त कर दिया था। उसकी विशेष प्रसिद्धि गीजा के महान् पिरामिड के निर्माण पर संस्थित है। कहते हैं, उसे बनवाते समय उसने हर तीसरे महीने एक एक लाख मिस्री मजदूरों को उपयोग किया था। खुफू संभवत: मध्य मिस्र में बनीहसन के निकट किसी नगर में जन्मा था जिसे, उसके जन्म के कारण ही, खुफू की धाय कहा जाने लगा था। (भ. श. उ.)