खाकी मटमैले रंग का विशेष प्रकार का कपड़ा जो मूलत: अंग्रेजी और भारतीय सैनिकों की वर्दी के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। इस शब्द की व्युत्पत्ति फारसी के खाक (मिट्टी) से है। इस वस्त्र का सर्वप्रथम प्रयोग १८४८ में सीमांत सेना के लिए किया गया जो उन दिनों गाइड्स कहे जाते थे। उसके बाद समस्त सेना की वर्दी इसी कपड़े से बनने लगी। यह वस्त्र मूलत: किस प्रकार का बना था यह स्पष्ट ज्ञात नहीं है किंतु भारतीय विद्रोह के समय सैनिकों की खाकी वर्दी ड्रिल की बनी थी। उसके बाद रंग संबंधी बिना किसी विचार के यह शब्द ड्रिल कपड़े का पर्याय बन गया। (परमेश्वरीलाल गुप्त)