क्वेसान, मैन्युएल लुइस (१८७४-१९४४ ई.)। फिलीपीन के प्रथम राष्ट्रपति। लूजान द्वीप के तायाबास प्रांत में बेलर नामक स्थान में जन्म । १५ वर्ष की अवस्था में ग्रेज्युएट हुए और मनीला के संत टामस विश्वविद्यालय में कानून की शिक्षा प्राप्त की। १९०३ में वकालत आरंभ की। इसी बीच जब स्पेन-अमरीका के बीच युद्ध छिड़ा तो वे फिलीपीन की सेना में मेजर रहे। १९०५ में तायाबास के प्रांतीय प्रशासक के रूप में राजनीतिक जीवन आंरभ किया। १९०७ से १९०९ तक वे फिलीपीन असेंबली केसदस्य रहे। १९०९ में अमेरिका की कांग्रेस में फिलीपीन के प्रतिनिधि बनाए गए और १९१६ तक वे वाशिंगटन में रहे। १९१६ में वे फिलीपीन के सिनेट के अध्यक्ष चुने गए और १९३५ तक इस पद पर रहे।
इस अवधि में वे सतत फिलीपीन की स्वतंत्रता के लिये प्रयास करते रहे। उनका यह स्वातंत्र्य संघर्ष १९३४ में समाप्त हुआ और फिलीपीन की स्वतंत्रता का कानून स्वीकार किया गया। फिलीपीन के स्वतंत्र होने पर १९३५ में वे उसके राष्ट्रपति बनाए गए और मृत्यु पर्यंत इस पद पर बने रहे। अमेरिका के साथ अटूट मित्रता में उनका विश्वास था। द्वितीय महायुद्ध काल में उन्होंने जापानियों के विरूद्ध अमेरिका को फिलीपीन में सुरक्षा पाँत बनाने में सहायता की। १९४२ में फिलीपीन पर जापानियों के अधिकार करने से पूर्व ही वे फिलीपीन से बाहर निकल गए और निर्वासित फिलीपीन सरकार का संचालन करते रहे। १ अगस्त, १९४४ को अमरीका में न्यूयार्क के निकट सारनाक में उनकी मृत्यु हुई। (परमेश्वरीलाल गुप्त)