क्विबेक पूर्वी कैनाडा का सबसे प्राचीन, बड़ा और फ्रांसीसी उद्भव का प्रांत (स्थिति : ४५ से ६२ उ. अ. तक और ५७ से ७९ प. दे.)। क्षेत्रफल : ५,९४,८६० वर्ग मील, जिसमें भूमि ५,२३,८६० वर्ग मील तथा जल ७१,००० वर्ग मील है। इस प्रांत पर फ्रांसीसी संस्कृति की छाप है। इसके तीन प्राकृतिक विभाग हैं: (१) कैनाडा का पठार, जिसमें प्रांत का ९३% भाग है, (२) ऐपलैशियन प्रदेश तथा (३) सेंट लारेंस नदी की घाटी, जिसमें अधिकांश जनता रहती है। २,१०० मील लंबी, जल यातायात के लिये सेंट लारेंस नदी आदर्श है तथा सेंट फ्रैंसिस, सेंट लुई और सेंट पीटर प्रसिद्ध झीलें है। १,२२५ मील लंबे और ९७५ मील चौड़े विशाल क्षेत्र के कारण विविध जलवायु हैं। ताप ३६ सें. से ऊँचा नहीं जाता। सेंट लारेंस घाटी में पालामुक्त १६० दिन होते हैं। काफी भाग में हिमवर्षा होती है। कैनाडा के कृषि उत्पादनों का १४% इस प्रांत में होता है। रिज़का (alfalfa), आलू, चुकंदर, जौ, जई, गेहूँ, मटर, सेम, तंबाकू और गन्ने की खेती होती है। पशुपालन, मत्स्याखेट, मुर्गीपालन दुग्धउद्योग, मधुमक्खी पालन यहाँ के उद्यम हैं। कई प्रकार की मछलियाँ पाई जाती हैं। जंगलों पर आधारित समूर (Fur), कागज तथा लुगदी उद्योग और इमारती लकड़ियों के पेशे में काफी लोग लगे हैं। दुनियाँ की १/३ लुगदी और १/४ अखबारी कागज यहाँ बनाया जाता है। लैब्रेडार में लोहे के अयस्क की योजना, बर्सीमी (Bersinies) नदी पावर प्लांट स्कीम तथा गैस्पे प्रायद्वीप में ताँबे के उद्योग प्रसिद्ध हैं। मुद्रणयंत्रों, रासयनिक और खाद्य पदार्थो, इस्पात तथा मादक पदार्थो का उत्पादन किया जाता है। पर्यटक उद्योग भी विकसित होता जा रहा है; कैनाडा की जलविद्युच्छक्ति का आधा भाग क्विबेक में उत्पन्न होता है। क्विबेक का मनोहर राष्ट्रोद्यान (National Park) २,००० वर्ग मील में फैला हुआ है। यहाँ का प्रसिद्ध नगर मांट्रियल है। इस प्रांत की जनसंख्या १९६६ में ५९,७६,००० थी। यहाँ ८२ प्रतिशत फ्रांसीसी, १२ प्रतिशत अंग्रेज, शेष अन्य प्रवासी लोग हैं।

प्रांत की राजधानी का नाम भी क्विबेक है। इसके उत्तर में सेंट चार्ल्स नदी और दक्षिण में सेंट लारेंस बहती है। समुद्री से ८०० मील दूर स्थित होने पर भी यह प्रसिद्ध नदी बंदरगाह है। यहाँ सरकारी भवन, विश्वविद्यालय, प्रसिद्ध स्मारक तथा प्राचीन इमारतें हैं। जूते, कपडे, इंर्ट, चमड़े की सफाई और मुद्रण प्रमुख व्यवसाय हैं। यहाँ से वस्त्र, कागज और अनाज का निर्यात होता है। इस नगर की जनसंख्या १९६६ में ४,१३,३९७ थी। (कष्णमोहन गुप्त)