क्विंतस कर्तिये, रूफस रोम का प्रख्यात इतिहासकर जिसने सिकंदर महान् का इतिहास प्रस्तुत किया था। उसने यह इतिहास इस अध्यायों में लिखा था जिनमें से प्रथम दो छोड़कर आठ उपलब्ध हैं। जो अध्याय उपलब्ध हैं, उनमें भी यत्रतत्र के अंश नहीं है। उसने अपने ग्रंथ की सामग्री का विश्वस्तसूत्रों से चयन किया और तटस्थ भाव से प्रस्तुत किया है। उसका यह इतिहास सिकंदर के भारत आक्रमण के विस्तृत विवरण के साथ ही तात्कालीन भारतीय स्थिति भी प्रस्तुत करता है। इस कारण उसके इतिहास का भारतीय इतिहास की दृष्टि से विशेष महत्व माना जाता है।

स्वत: क्विंतस की जीवन संबंधी जानकारी अप्राप्य है। यह भी निश्चय नहीं है कि वह कब पैदा हुआ था। कुछ लोग उसे वेस्पियन के शासन में होने का अनुमान करते है, अन्य उसे बहुत पीछे कांतेस्तीन काल में रखते हैं, किंतु उसके वेस्पियन काल में होने की ही संभावना अधिक है। (परमेश्वरीलाल गुप्त)