क्लैपरटन, ह्यू (१७८८-१८२७)। अफ्रीका के भूभागों का अन्वेषी स्काटलैंड निवासी। डम्फ्रशीशायर के अन्नान नामक स्थान में जन्म। कुछ दिनों तक व्यापारिक जहाजों पर नौकरी करने के बाद नौसेना में भर्ती हुआ। १८१७ में लेफ्टिनेंट बनकर घर लौटा। १८२० में आडने और डेनहेम बोर्नू की खोज के लिए जिस सरकारी अभियान में जा रहे थे, उसमें उसने भाग लिया। बोर्नू के बाद वे नाइग प्रदेश की खोज में निकले। मर्मर में जब आडने की मृत्यु हो गई तब क्लैपरटन कानो और सोकोटा की खोज में निकला और जातिया और काटसेन होता कूका लौटा। उसने १८२६ में अपनी इस यात्रा के खोजों का विवरण प्रकाशित किया।

इस अन्वेषण यात्रा से लौटते ही क्लैपरटन को कमांडर का पद दिया गया और अन्वेषण करने के लिये पुन: अफ्रीका भेजा गया। वह बैडाग्री में उतरकर नाइगर प्रदेश के लिये रवाना हुआ। योरुबा प्रदेश होता हुआ उसने बुसा के निकट नाइगर को पार किया और कानों आया। वहाँ से बोर्नू जाने के लिये सोकोतो आया। वहाँ के सुल्तान ने उसे कैद कर लिया। १३ अप्रैल, १८२७ को पेचिश से उसकी मृत्यु हो गई।

क्लैपरटन पहला यूरोपियन था जिसने अर्ध सभ्य हौसा प्रदेश का आँखों देखा परिचय दिया। मृत्युपरांत उससे दूसरी अफ्रीका यात्रा का वृत्त प्रकाशित हुआ। इस वृत्त को उसका नौकर लैंडर लाया था। लैंडर ने इसके अतिरिक्त क्लैपरटन के कुछ समय अन्य अन्वेषण संबंधी लेखों को अपनी अभियान यात्रा वृत्त के साथ प्रकाशित किया है। (परमेश्वरीलाल गुप्त)