क्लेयर, जान (१७९३-१८६४ ई.) अंग्रेंज कवि। पीटरबरा के निकट हेल्पस्टोन में एक कृषि-श्रमिक के घर जन्म। १२-१३ वर्ष की अवस्था में वह दिन में खेत पर काम करता और रात को पढ़ने जाता। उसने नाना प्रकार के धंधे करने का यत्न किया। बर्थले पार्क में माली बना, सेना में भर्ती हुआ। १८१७ में वह चूना भट्ठी पर काम करने लगा। वहाँ से वह काम के समय अपनी कविता पुस्तक का विज्ञापन बाँटने के कारण निकाल दिया गया। विज्ञापन का कोई परिणाम न निकला। किंतु उसी समय अकस्मात् ड्रूरी नामक पुस्तक विक्रेता ने उसकी द सेंटिंग सन शीर्षक कविता देखी और वह उसकी ओर आकृष्ट हुआ। उसने उसका परिचय कीट्स और शेली के प्रकाशक जान टेलर से करा दिया। टेलर ने क्लेयर की कविताओं का एक संग्रह पोयम्स डिस्क्रिप्टिव अॅाव रूरल लाइफ़ ऐंड सीनरी १८२० में और दूसरी विलेज मिंस्ट्रेल ऐंड अदर पोयम्य १८२१ में प्रकाशित किया। इन पुस्तकों से उसे थोड़ी सी आय होने लगी और उससे किसी प्रकार परिवार का खर्च चलने लगा। १८२७ में द शेपर्ड्स कैलेंडर प्रकाशित हुआ पर वह उतना सफल न रहा। निदान क्लेयर को पुन: कृषि श्रमिक का काम करना पड़ा। चिंता और श्रम की अधिकता से वह बीमार हो गया। तब अर्ल फ्रट्ज विलियम ने उसे एक छोटा सा मकान और कुछ जमीन प्रदान की पर वह जम न सका। धीरे धीरे उसका मस्तिष्क विकृत होने लगा। १८३७ में वह पागलखाने में भेज दिया गया जहाँ वह मृत्यु पर्यंत रहा। इस अवस्था में भी वह कविताएँ लिखता रहा। उसकी अंतिम-प्रक ाशित रचना रूरल म्यूज है जो १८३७ में प्रकाशित हुई थी। (परमेश्वरीलाल गुप्त)