क्रोघ, शैक अगस्त स्टीनबर्ग (१८७४-१९४९ ई.)। डेनमार्क निवासी शरीर वैज्ञानिक (फ़िजिओलॉजिस्ट)। ग्रेना (डेन मार्क) में १५ नवंबर, १८७४ ई. को जन्म। उसकी आरंभिक शिक्षा आर्हुस कैथिड्रल स्कूल में हुई तदनंतर उसने उच्च शिक्षा कोपेनहेगेन विश्वविद्यालय में प्राप्त की। १८९९ से १९०८ ई. तक विश्वविद्यालय की फ़िजियोलॉजी की अनुसंधानशाला में सहायक रहा। इसी बीच उसने १९०३ ई. में मेढकों की श्वास प्रक्रिया पर शोध निबंध लिखकर डाक्टर की उपाधि प्राप्त की। १९०८ ई. में वह उसी विश्वविद्यालय में जंतुओं के शरीर विज्ञान का लेक्चरर और १९१६ ई. में प्रोफसर बना और इस पद पर वह १९४५ ई. तक रहा।
क्रोध ने श्वास प्रक्रिया संबंधी अनेक महत्वपूर्ण खोज किए हैं। १९०६ ई. में वह ‘मैकानिज्म़ ऑव गैस एक्सचेंज इन लंग्ज़’ (फुफ्फुस में गैस विनिमय की प्रक्रिया) शीर्षक शोध के लिये विएना अकादमी ऑव सांइस से पुरस्कृत हुआ। उसके बाद वह निरंतर श्वास तथा रक्तसंचार में धमनियों की क्रिया सम्बंधी समस्याओं पर शोध करता रहा। उसने एक ऐसे तत्व को ढूढँ निकाला जो धमनियों के सिकुड़ने को प्रभावित करते हैं। उसके ये शोध चिकित्सा विज्ञान में विशेष महत्व रखते हैं। १९१६ ई. में वह डेनिश रायल सोसाइटी ऑव मेडिसिन का फेलो बनाया गया। १९२० ई. में उसे फ़िजिओलॉजी और मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ। १९४५ ई. में उसे इंग्लैंड की रायल सोसाइटी का बाली पदक मिला। वाशिंगटन नेशनल अकादमी ऑव साइंस तथा स्वीडन और नार्वे की अनेक वैज्ञानिक संस्थाओं से उसे सम्मान प्राप्त हुआ। १३ सितंबर, १९४९ ई. को उसकी मृत्यु हुई। (परमेश्वरीलाल गुप्त)