क्राफर्ड, फ्रैंसिस मेरियन (१८५४-१९०९ ई.) अमरीकी लेखक। इनका जन्म २ अगस्त, १८५४ ई. को इटली में हुआ था। ये प्रख्यात अमरीकी मूर्तिकार थामस क्राफर्ड के पुत्र और प्रसिद्ध कवि जूलिया वार्ड हॉबे के भतीजे थे। इनकी शिक्षा कैंब्रिज (इंग्लैंड), हाइडलबर्ग (जर्मनी), और रोम (इटली) में हुई थी। १८७० ई. में वे भारत आए और संस्कृत का अध्ययन किया तथा इलाहाबाद से प्रकाशित हो रहे इंडियन हेरल्ड का संपादन किया। अमरीका वापस जाने पर वे एक वर्ष तक हार्बर्ड विश्वविद्यालय में संस्कृत का अध्ययन करते रहे। १८८२ ई. में उन्होंने अपना पहला उपन्यास मिस्टर आइजक्स लिखा जिसमें तत्कालीन ऐंग्लोइंडियन समाज का सजीव चित्रण है और उसमें पौर्वात्य रहस्यवादिता की छाया है। इस पुस्तक के प्रकाशित होते ही वे लेखकों की पाँत में आ गए और डाक्टर क्लाडियस के १८८३ ई. में प्रकाशित होने पर तो वे काफी प्रसिद्ध हो गए। उसी वर्ष वे इटली आ गए और वही स्थायी रूप से बस गए। इटली के जीवन पर उन्होंने न केवल उपन्यास ही लिखे वरन् वहाँ के इतिहास से संबद्ध कई पुस्तकें भी लिखीं। उनके प्रख्यात उपन्यास हैं----रोमन सिंगर (१८८४), अटेल ऑव अ लोनली पेरिश (१८८६), पालपैटोफर (१८८७), विच आफ प्राहा (१८१९), इन दि पैलेस ऑव दि किंग (१९००), दि हवाइट सिस्टर (१९०९)। उनका कहना था कि उपन्यास के मनोविनोद के निमित्त जेबी रंगमंच (पाकेट स्टेज) होना चाहिए। अत: आश्चर्य नहीं, उनका ‘अ सिगरेट मेकर्स रोमांस’ (१८९०) रंगमंच पर प्रभावकारी सिद्ध हुआ। १९०२ ई. में उन्होंने एक नाटक भी लिखा जिसे पेरिस में सारा बर्नहार्ट ने प्रस्तुत किया। ९ अप्रैल, १९०९ ई. को उनका सोरेंटा में देहांत हुआ। (परमेश्वरीलाल गुप्त)