क्रकाउ पोलैंड का एक प्रांत जो उत्तर में कील्से प्रांत, पूर्व में जेजाँड प्रांत, पश्चिम में स्लास्क प्रांत तथा दक्षिण में जेकोस्लोवाकिया देश से घिरा है (स्थिति : ५३० ३’ उ. अ. १९० ५८’ पू. दे.)। इस प्रांत पर १९३९ ई. में जर्मनों ने अधिकार कर लिया था। १९४५ ई. में उन्होंने उसे पोलैंड को लौटाया। इस प्रांत का क्षेत्रफल ६, १४६ वर्गमील है। इसमें विस्चुला और उसकी डूनाजेक और विस्लोका बहती हैं। इसका उत्तरी भाग उपजाऊ मैदान है किंतु मध्य भाग पठारीय है। इसके बोचनिया और वीलिज्का के नमक के खान प्राचीनकाल से प्रख्यात रहे हैं। इस प्रांत का अधिकांश भाग पोलैंड के प्रथम विभाजन के समय आस्ट्रिया के अधिकार में था और १९१८ ई. तक पश्चिमी गैलीशिया कहलाता था। द्वितीय महायुद्ध के समय जर्मन सेना युद्ध आरंभ के प्रथम सप्ताह में ही इस प्रांत में घुस आई थी।
क्रकॉउ प्रांत के मुख्य नगर का नाम भी क्रकॉउ ही है। वह विस्चुला नदी के बाएँ किनारे पर बसा है और सामरिक दृष्टि से उसका महत्व है। कहा जाता है कि ७०० ई. में यहाँ पोलिश राजकुमार क्राक ने एक दुर्ग स्थापित किया था। १०वीं शती में वह बोहोमिया में सम्मिलित कर लिया गया था। १२४१ ई. में तातारियों के आक्रमण के फलस्वरूप नगर एक दम नष्ट हो गया था। बाद में जर्मन प्रवासियों ने इसे फिर से बसाया। और समृद्ध किया। १३०५ ई. में पोलैंड नरेश लैडिस्लाउस लोकीटेक ने इसे अपनी राजधानी बनाया। १७९९ में इस पर आस्ट्रिया ने अधिकार किया; १८०९ ई. में नैपोलियन ने इसे वासरसा के डची का अंग बनाया। १८४६ ई. में इसपर आस्ट्रिया का प्रभुत्व स्थापित हुआ। प्रथम महायुद्ध की समाप्ति पर यह पोलिश गणतंत्र में सम्मिलित किया गया। यहाँ के मुख्य उद्योग मशीन, कृषि-यंत्र, रसायन, साबुन, तंबाकू हैं। किंतु यह नगर मुख्यत: व्यापारिक केंद्र है। यहाँ निकटवर्ती प्रदेशों से माल आता और जाता है। १९६५ ई. में यहाँ की जनसंख्या ५,२०,०००० थी। (नर्मदेवर प्रसाद; परमेश्वरीलाल गुप्त)