कोसी नदी (२६ २७ उ. अ. और ८७पू. दे.) पूर्वी नेपाल में हिमालय के सप्त कोसी क्षेत्र से निकलती है। सर्वप्रथम यह ६० मील तक दक्षिणपूर्व बहती है। इसी भाग में अरु न तथा तांबर सहायक नदियाँ कोसी के बाईं ओर मिलती है। हनुमान नगर से दक्षिण कोसी की कई धाराएँ हो जाती हैं और चाउथम (Chautham) स्थान के समीप एक होकर घुगरी नदी में मिल जाती है। फिर घुगरी कुरसेला नामक स्थान के निकट गंगा में मिलती है। कोसी का प्रवाह क्षेत्र २३, ९९२ वर्गमील है।

इस नदी की धारा बहुत ही भयानक है। इसका मार्ग इतना बदलता रहता है कि इसे समस्यावाली नदी या भटकती नदी कहते हैं। २०० वर्ष पूर्व कोसी नदी पूर्णिया नगर के निकट बहती थी। पिछले ७० वर्ष की अवधि में यह नदी लगभग ७० मील पश्चिम खिसक गई है। अत: नदी के प्रवाह का नियंत्रण करके बाढ़ को रोकना, भूमि का कटाव कम करना, सिंचाई, बिजली और जलमार्ग की सुविधा प्रदान करने के लिये भारत तथा नेपाल सरकारों ने मिलकर एक योजना तैयार की है जिसके अनुसार बाढ़ रोकने के लिये १९५९ में बाँध बाँधा गया। नेपाल में हनुमान नगर के पास बराज बनाया गया है। कोसी से पूर्व और पश्चिम की ओर दो नहरें निकालने की योजना है। पूर्व नहर बनकर तैयार हो गई है। (भूपेद्रकांत राय ; परमेश्वरीलाल गुप्त)