कोटा बराज कोटा नगर के राजमहल के निकट चंबल नदी पर राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्यों के सहयोग से निर्मित सिंचाई बाँध जो १९६० में बनकर तैयार हुआ। इस बाँध के निर्माण में ६२ लाख घनफुट चट्टान काटे गए और लगभग ६१ लाख घनफुट पक्की कंकरीट की चिनाई हुई है तथा ३ करोड़ ४० लाख घनफुट मिट्टी और पत्थर हटाने का काम हुआ है। इसके निर्माण में ३ करोड़ ८० लाख रुपए व्यय हुए हैं। यह १०८० फुट लंबा, ९०५ फुट चौड़ा और १२२।। फुट ऊँचा है। बाँध की बाईं ओर एक पक्की दीवार क पुश्ता है जिसमें ११९ पक्की नालियाँ हैं। प्रत्येक में ४०x४० के स्टील के बने अर्धवृत दरवाजे हैं। इसके जलभराव की क्षमता ४.४१७ एम. ए. फुट है। इस बाँध से दो मुख्य नहरें निकाली गई हैं। दाई नहर की लंबाई ३७५ किलोमीटर और बाई नहर की लंबाई ३५० किलोमीटर है। इसके अधिकतम पानी का निकास ८, ८०, ००० क्यूसेक्स है। इससे राजस्थान और मध्यप्रदेश की १४ लाख एकड़ भूमि की सिंचाई किए जाने का अनुमान है। (परमेश्वरीलाल गुप्त)