कैनरी द्वीप----अतलांतक महासागर में उत्तरपश्चिमी अफ्रीका के समुद्रतट से लगभग ६० मील दूर ंस्थत सात द्वीपों का समूह (स्थिति २७ ४०-२९ ३० उ. अ. से. १३ २०-१८ १० पू. दे. क्षेत्रफल ४,६८५ वर्गमील), जनसंख्या ९,६७,१७७ (१९६२)। इन की उत्पत्ति ज्वालामुखीय उद्गारों से हुई। इनका धरातल विषम पर्वतीय तथा दुर्गम है परंतु बीच बीच में उपजाऊ लावा मिट्टीवाली घाटियाँ हैं। पर्वत वनाच्छादित हैं। जलवायु अपेक्षकृत शुष्क परंतु स्वास्थ्यकर है। यहाँ तूफान तथा ज्वालामुखीय विस्फोट होते रहते हैं। धान्य फसलों, केला, अंगूर, संतरा, तंबाकू, टमाटर तथा सब्जी की कृषि होती है। प्यूमिस (झावाँ) एकमात्र खनिज पदार्थ है। यहाँ मत्स्य उद्योग भी है।

यह दो प्रशासकीय विभागों में बँटा है पश्चिमी भाग तेनेरिफे (क्षेत्रफल १,३२९ वर्ग मील, जनसंख्या ५,९७,५१४ (१९७०) और पूरबी भाग ला पालमा (क्षेत्रफल १,५६५ वर्गमील, जनसंख्या ५,७९,७१० (१९७०) कहलाता है। सांताक्रुज़ और ला पालमा क्रमश: इन दोनों प्रदेशों की राजधानी एवं प्रमुख नगर तथा बंदरगाह हैं। यह द्वीपसमूह स्पेन के अधिकार में है। गुआंक (Guanches) यहाँ के आदिवासी हैं जो प्राय: स्पेनिश रक्त के साथ घुलमिल से गए हैं। अधिकांश निवासी स्पेनिश ही हैं। (काशीनाथ सिंह.)