कैथरीन (फ्रांस की महारानी) मूलत: इटालियन, जिसकी बचपन में माता पिता के मर जाने के कारण शिक्षा दीक्षा एक मठ में हई थी। राजनीतिक कारणों से १४ वर्ष की अवस्था में ही १५३३ ई० में उसका विवाह आर्लियन के डयूक से हुआ जो पीछे हेनरी द्वितीय के नाम से शासक हुए। जब दस बरस तक उसे कोई संतान नहीं हुई तो राजदरबार में तलाक की चर्चा होने लगी थी पर शीघ्र ही संतानवती होने पर बात दब गई। १५५२ ई० में जब हेनरी को मेत्स के युद्ध में जाना पड़ा तो सीमित अधिकारों के साथ वह राज की अभिभाविका बनाई गई और वह अपने बेटे फ्रैंसिस द्वितीय के शासक होने के बाद भी अभिभाविका बनी रही। १५६० में फ्रैंसिस की मृत्यु हो जाने पर अपने द्वितीय पुत्र चार्ल्स नवम की ऊनवयस्कता की अवधि में वह उसकी संरक्षिका (रीजेंट) रहीं और धर्मयुद्ध के बीस बरसों के बीच उसने अपना प्रभुत्व बनाए रखा आरंभ में उसने कैथोलिक और प्रोटेस्टेंटों के बीच हो रहे संघर्ष में अपने को तटस्थ बनाए रखने की चेष्टा की। पर स्वाभाव से कैथोलिक होने तथा शक्तिलिप्सा के कारण उसने प्रोटेस्टेंटों के शक्तिशाली होने से रोकने का प्रयास किया किंतु उन्हें अपने दाँवपेंच को बनाए रखने के लिये कुचला भी नहीं। किंतु उसकी कतरव्योंत की यह नीति सफल न हो सकी और एक के बादएक गृह-युद्ध होते गए। चार्ल्स की मृत्यु के पश्चात् उसका प्रभाव घटता गया। ५ जनवरी, १५८९ को उसकी मृत्यु हुई । (परमश्वेरीलाल गुप्त)