कैंपबेल-बैनरमैन, सर हेनरी इंग्लैंड के एक प्रधान मंत्री। जन्म ७ सितंबर, सन् १८३६ ई.। इनके पिता का नाम सर जेम्स कैंपबेल था। किंतु अपने मामा हेनरी बैनरमैन की संपत्ति की विरासत प्राप्त होने पर उनके नाम के साथ बैनरमैन जुड़ गया। उनकी शिक्षा ग्लास्गो तथा केंब्रिज में हुई थी। उन्होंने १८६८ ई. में सार्वजनिक जीवन प्रारंभ किया और लिबरल दल के प्रतिनिधि के रूप में स्टरलिंग बर्ग्स से निर्वाचित होकर संसद में पहुँचे और जीवनपर्यंत इसी निर्वाचनक्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। १८७१ से १८७४ ई. तक तथा १८८० से १८८२ ई. तक वे युद्धविभाग में वित्तसचिव, १८८२ से १८८४ ई. तक ऐडमिरैल्टी के सचिव तथा १८८४ से १८८५ ई. तक आयरलैंड के प्रमुख सचिव रहे। सन् १८८६ में ग्लैडस्टन की सरकार में वे युद्धसचिव बने, तथा १८९५ ई. में उन्हें सर की उपाधि मिली।
१४ दिसंबर, १८९८ ई. को हरकोर्ट ने जब हाउस ऑव कामन्स में लिबरल दल के नेतृत्व से इस्तीफा दे दिया तब वे उस दल के नेता चुने गए। आगामी निर्वाचन के लिये लिबरल दल का कार्यक्रम निर्धारित करते हुए उन्होंने सामाजिक सुधार के लिये विभिन्न सुझावों तथा सरकार के बढ़ते हुए व्यय की कटु आलोचना के साथ सरकारी कर्मचारियों की संख्या में कटौती की आवश्यकता तथा हाउस ऑव लार्ड्स के निषेधात्मक अधिकार के प्रयोग की सीमाएँ निर्धारित करने पर विशेष बल दिया। ४ दिसंबर, १९०५ ई. को जब यूनियनिस्ट सरकार ने इस्तीफा दे दिया तो उन्होंने नई सरकार गठित की और प्रधान मंत्री बने। जनवरी, १९०६ ई. के चुनाव में बहुमत इस नई सरकार के पक्ष में ही रहा। अस्वस्थता के कारण उन्होंने ५ अप्रैल, १९०८ ई. को प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दिया और २२ अप्रैल को उनका निधन हो गया।
सं.ग्रं.-स्पेंडर, जे. ए. : दि लाइफ़ ऑव दि राइट आनरेब्ल सर एच. कैंपबेल बैनरमैन (जी. सी. बी.), लंदन, १९२३। (राजेंद्र अवस्थी)