कुंजर भारती (१८१०-१८९६ ई.) तमिल के विख्यात कवि। ये सुब्रह्मण्य भारती के पुत्र थे। शिवगंगा के राजा गौरीवल्लभ के सभास्थान विद्वान थे। उन्होंने इन्हें कवि कुंजर की उपाधि प्रदान की थी। इनकी ख्याति मधुर पदावली और सुंदर कल्पना के लिए है। रूकंदपुराण कीर्तन, पेरिंब कीर्तनैगल और अझगर कुरवंजी इनकी विख्यात रचनाएँ हैं। (परमेश्वरीलाल गुप्त)