किलिमंजारो पर्वत पूर्वी अफ्रीका के टंगान्यिका में मोंबासा पत्तन (स्थिति ३.५ द. अक्षांश तथा ३७.२३ पू. देशांतर)। इसकी प्रधान अक्षरेखा पूर्व से पश्चिम की ओर फैली हुई है। इस पर्वतांचल में एक दूसरे से सात मील के अंतर पर स्थित दो ऊँचे शिखर हैं। पश्चिम में स्थित किबो (१९,३२१ फुट) तथा पुर्व में स्थित मावेंजी (१६,८९२ फुट)। किबो अफ्रीका के ज्ञात शिखरों में सर्वोच्च है। किबो शिखर की लाबा चट्टानों से निर्मित ढालों पर लगभग २०० फुट तक किम की श्वेत पट्टी पड़ी हुई है, जिसमें से कहीं-कही नालों के द्वारा हिमानियाँ प्रवाहित होती हैं।
किलिमंजारों पर्वत पर पर्वत सुलभ पट्टियाँ मिलती है। लगभग ६,५०० से ९,५०० फुट ऊँचाई तक वनप्रांत फैला हुआ है, जिसके ऊपर १२,७०० फुट तक फूलोंवाले उच्च्पर्वतीय पौधे उगते हैं।दक्षिणी ढालों पर ४,००० और ६,००० फुट के मध्य घना बसा हुआ चांगा का क्षेत्र स्थित है, जिसमें कहवा, मक्का तथा केला उगाया जाता है। जोहैनीज रेबमैन नामक धर्मप्रचारक ने १८४८ ई० में किलिमुजारों पर्वत का पता लगाया। सन् १८८९ में डॉक्टर हांस मेयर ने इसपर चढ़ने का सफल अभियान किया। (शांतिलाल कायस्थ)