काशिराज (१) वायु, विष्णु, मत्सय आदि पुराणों के अनुसार इनका राज्य अनावृष्टि से पीड़ित था। श्वफल्क के आने से वहाँ वृष्टि हुई। इसके फलस्वरूप काशिराज ने अपनी कन्या गांदिनी का श्वलफल्क से विवाह कर दिया। इनकी दूसरी कन्या जयंती वृषभ को ब्याही गई। (२) विष्णुपुराण के अनुसार काश के पुत्र का नाम। भगवद्गीता में काशिराज का उल्लेख पांडवसेना के महारथियों में हुआ है। (रा.शं.मि.)