कालनेमि १.विरोचन का पुत्र। पौराणिक परंपरा के अनुसार कंस पूर्वजन्म में कालेनेमि असुर था। देवासुर संग्राम में कालनेमि ने भगवान् हरि पर अपने सिंह पर बैठे ही बैठे बड़े वेग से त्रिशूल चलाया। पर हरि ने उस त्रिशूल को पकड़ लिया और उसी से उसको तथा उसके वाहन को मार डाला। एक अन्य पौराणिक प्रसंग के अनुसार युद्ध में उसने अनेक प्रकार की माया फैलाई और ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया। वर तारकामय में हरि के चक्र में मारा गया।

२. लंका का एक राक्षस जो रावण का विश्वस्त अनुचर था। युद्ध में लक्ष्मण को शक्ति लगने पर हनुमान् औषधि लाने के लिए द्रोणाचल की ओर चले तो रावण ने उनके मार्ग में विघ्न उपस्थित करने के लिए कालनेमि को भेजा। वह ऋषि का वेश धारण कर मार्ग में बैठ गया। हनुमान् जलपान के लिए रुके तो कालनेमि ने उन्हें जाल में फाँसना चाहा। लेकिन हनुमान् उसके कपट को भाँप गए और उन्होंने तत्काल उसक वध कर दिया। (कै.चं.श.)