कार्थूसियन धर्मसंघ रोमन काथलिक गिरजे के इस संघ की स्थापना सन् १०८४ ई. में संत ब्रूनो और उनके छह साथियों द्वारा हुई थी। इस संघ की विशेषता यह है कि इसके सदस्य निरामिष भोजन करते हुए एकांत में ध्यान,स्वाध्याय तथा उपवास में अपना जीवन बिताते हैं। १२वीं शताब्दी में इस संघ की एक शाखा स्त्रियों के लिए भी स्थापित हुई थी। पश्चिमी यूरोप के देशों में पुरुषों के लिए १८ तथा स्त्रियों के लिए चार कार्थूसियन मठ स्थापित हैं। (का.बु.)