कारडोवा यूरोप में दक्षिणी स्पेन का एक प्रांत तथा उसकी राजधानी है। इसी नाम का एक अन्य नगर उत्तरी अमरीका के अलास्का राज्य के उत्तरी-पश्चिमी भाग में भी स्थित है।
स्पेन का कारडोवा नगर ग्वॉडलक्विवर नदी के दाहिने किनारे पर बसा है। संभवत: यहाँ पर प्रथम बस्ती कार्थीजियन राज्यकाल में हुई। १५२ ई.पू. में इसपर रोमन अधिकार हो गया। ७५६ ई. में मूर शासक अब्दुर्रहमान ने इसे स्पेन की राजधानी बनाया । नगर में रोमन दीवारों की नीवें तथा मूर काल की सँकरी और टेढ़ी-मेढ़ी गलियाँ विद्यमान हैं। १८०८ ई. में फ्रांसीसियों ने कारडोवा में जो लूटपाट की उसका प्रभाव उस शताब्दी के अंत तक नहीं मिट सका।
नगर का मुख्य दर्शनीय भवन मेज़क्विटा अर्थात् मस्जिद है जो अब एक गिरजाघर है। यहाँ के मुख्य उद्योग शराब तथा कपड़ा बनाना हैं। यात्रियों से अच्छी आय होती है। ताँबा तथा तेल के निर्यात महत्वपूर्ण हैं।
कारडोवा प्रांत की सीमाएँ उत्तर-पूर्व में क्युडाडरियल, पूर्व में जेन, दक्षिण-पूर्व में ग्रैनाडा, दक्षिण में मैलाग, दक्षिण-पश्चिम में सेविल तथा उत्तर-पश्चिम में बेडजोज़ द्वारा निर्धारित होती हैं। क्षेत्रफल १३,७१८ वर्ग कि.मी., है। ग्वॉडलक्विवर नदी के उत्तर का भाग सियराडी मोरेना की पर्वतीय पट्टी है तथा दक्षिण का भाग ला कैंपिना का विशाल मैदान है।
पर्वतीय भाग में पर्याप्त खनिज संपत्ति है तथा मैदान में उपजाऊ मिट्टी है, परंतु यहाँ के निवासियों के अज्ञान से किसी का सदुपयोग नहीं हुआ है। पर्वतीय भाग में भेड़ें तथा सुअर पाले जाते हैं। मैदान में अनाज तथा फल उत्पन्न होते हैं और शराब तथा तेल तैयार किया जाता है। प्रांत में कोयला, चाँदी, सीसा तथा जस्ता भी निकाला जाता है। यहाँ के मुख्य नगर कारडोवा, लुसेना, पुँटे गेनिल, बेना तथा मांटिला हैं। (प्रे.च.अ.)