कादिरी नगर तमिलनाडु राज्य के कुड़प्पा जिले में कादिरी नाम के ताल्लुके में है। स्थिति १४रू ६फ़ उ.अ. तथा ७८रू १०फ़ पू.दे.। यह नगर दक्षिण भारत का प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। यहाँ नरसिंह भगवान् का एक विशाल तथा प्राचीन मंदिर है। लोकोक्ति है कि पहले यह सारा भाग जंगल से ढका हुआ था जिसमें जंगली जानवर घूमा करते थे। कादिरी के एक वृक्ष के नीचे चींटियों की भित्तिका में नरसिंह भगवान् की यह मूर्ति मिली। फलस्वरूप यहाँ पर नगर का विकास हुआ तथा उस पेड़ के नाम पर ही नगर का नाम कादिरी रखा गया। प्रतिवर्ष जनवरी में यहाँ मेला लगता है।

नगर अब दक्षिण रेलवे का एक स्टेशन है। यहाँ अनाज की बहुत बड़ी मंडी है। लघु उद्योग धंधे भी होते हैं। कुछ लोगों का कथन है कि यह हिंदू नगर कभी मुसलमानों के अधिकार में था। परंतु केवल कुछ मकबरों तथा मस्जिदों के अतिरिक्त इसका कोई दूसरा प्रमाण नहीं मिलता। स्वतंत्रता के बाद नगर के विकास में सराहनीय वृद्धि हुई है। नगर का शासन नगरपालिका के अधीन है।

कादिरी ताल्लुका कुड़प्पा जिले का उजाड़ पर्वतीय भाग है। भूमि अनुपजाऊ है। कुछ छोटी नदियाँ भी हैं जो सिंचाई के लिए उपयुक्त नहीं हैं। यहाँ की मुख्य फसलें ईख तथा कपास हैं। ताल्लुके का क्षेत्रफल १,१५८ वर्ग मील है। इसमें १३९ गाँव हैं तथा मुख्य नगर कादिरी है। (ह.ह.सिं.)