कात्यायनी (१) याज्ञवल्क्य की स्त्री का नाम। इनकी दूसरी स्त्री का नाम मैत्रेयी था। बृहदारण्यक उपनिषद् में कात्यायनी संसारी स्त्री के रूप में अभिव्यक्ति हुई हैं, मैत्रेयी इनके विरुद्ध, संसारविरक्त हैं।

(२) पार्वती का नाम। मत्स्यपुराण के अनुसार महिषासुर का वध करनेवाली सिंहवाहिनी देवी। इनके दस भुजाएँ तथा तीन नेत्र हैं। नवयौवन से संपन्न हैं तथा पूर्ण चंद्र के सदृश इनका मुख है। ये त्रिशूल, चक्र, तीक्ष्ण बाण, शक्ति, परशु आदि अस्त्र शस्त्रों से युक्त दिखालाई जाती हैं। (रा.शं.मि.)