काकिनाड एक नगर तथा समुद्री बंदरगाह है। यह आंध्र प्रदेश के पूर्व गोदावरी जिले में इसी नाम के ताल्लुक का मुख्यालय है। (स्थिति १६रू ५७व् उ.अ. तथा ८२रू १४व् पू.दे.)। सन् १९६१ ई. में इसकी जनसंख्या १,२२,८६५ थी।

वर्तमान नगर की नीवँ १७वीं सदी में डचों ने डाली थी। जब यह नगर सन् १८२५ ई. में अंग्रेजों के अधिकार में चला गया तो इसका विकास धीमा हो गया। यह समुद्रतटीय रेलवे की एक उपशाखा द्वारा कलकत्ता से मद्रास जानेवाले मुख्य रेलमार्ग से मिला हुआ है। इसका बंदरगाह अर्धप्राकृतिक है, जिसका विकास एक सीमा तक ही हो सका है। समुद्रतट से प्राय: ४।। मील अंदर आने के बाद माल लादा तथा उतारा जाता है। इस बंदरगाह से निर्यात की जानेवाली वस्तुओं में कपास, तिलहन, तंबाकू, तथा दाल मुख्य हैं। आयात मुख्यत: उपभोग की वस्तुएँ, जैसे कपड़ा, मिट्टी का तेल और चावल आदि हैं। नगर का मुख्य धंधा चावल साफ करना, तंबाकू की वस्तुएँ बनाना, आदि हैं। यहाँ अनेक शिक्षा संस्थाएँ और औषधालय हैं। द्वितीय महायुद्ध के समय भारतभूमि पर हुए जापानी ह