कांस्टैंटाइन यह अल्जीरिया में अपने नाम के विभाग (प्रदेश) की, जिसका क्षेत्रफल १९,८९९ वर्ग कि.मी., राजधानी है। प्राचीन काल में इसकी किर्ता नाम विख्यात था। यह अल्जीरिया से २०० मील पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा में एक चट्टानी प्रायद्वीप पर, जिसकी ऊँचाई समुद्र की सतह से २,१६२ फुट है, स्थित है। अरबवासियों द्वारा बनवाई गई पत्थर की पक्की दीवार से यह शहर चारों तरफ से घिरा हुआ है। रोमन लोगों ने इसमें कालांतर में चार अत्यंत सुंदर प्रवेशद्वारों का निर्माण कराया। सन् १८३०-३६ ई. में एक सुप्रसिद्ध महल का निर्माण कराया गया, जिसमें, अल्जीरिया के स्वतंत्र होने से पहले, फ्रेंच राज्यपाल का निवास था। नगर ऊनी तथा चमड़े के उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है।

नगर की स्थापना फिनीशियन जाति के लोगों द्वारा हुई। राजनैतिक उथल पुथल होते रहने के कारण यह नगर संतोषजनक उन्नति नहीं कर सका। सन् ३१३ ई. में कांस्टैंटाइन प्रथम ने इसको अपने नाम पर फिर से बसाया। यहाँ अरब, तुर्क तथा मूर वासियों में उस समय तक युद्ध होते रहे जब तक पूर्ण रूप से यह फ्रेंच वासियों के अधिकार में (सन् १८३७ ई.) नहीं आ गया। सन् १९४२ में द्वितीय महायुद्ध के समय इसपर संयुक्त राज्य, अमरीका का आधिपत्य हो गया था। इस नगर की जनसंख्या सन् १९६७ में २,५५,००० थी। (व.सिं.)