कांटि ड निकालो (१४१९-१४४४), वेनिस नगर के श्रेष्ठ व्यवसायी परिवार में इनका जन्म हुआ था। यह प्रसिद्ध समन्वेषक और लेखक थे। १४१९ ई. में २५ वर्षों के लिए समन्वेषणार्थ वेनिस से इन्होंने प्रस्थान किया। दमिश्क, अरब का रेंगिस्तान, मेसोपोटेमिआ, बगदाद, बसरा इत्यादि स्थानों का भ्रमण करते हुए ये भारत के पश्चिमी तट से होकर विजय नगर आए। इसके बाद ये सुमात्रा, मलाया से लौटने पर बगदाद और ब्रह्मदेश में अराकान और ईरावती से आगे तक कई बार गए। कूलम, कोचीन, कालीकट, कैबे, अदन, जिद्दा और कैरो होते हुए १४४४ में यह वेनिस पहुँचे। तत्कालीन भारतीय जीवन, वेशभूषा, शिष्टाचार, रीतिरिवाज तथा सामाजिक जातियों का इन्होंने रोचक वर्णन किया है। (र.शं.पां.)