कल्याण महाराष्ट्र राज्य में थाना जिले का एक दक्षिणी ताल्लुका है जो क्षेत्रफल में २६७ वर्ग मील है। इस ताल्लुके का मुख्य नगर कल्याण है जो १९रू१४व् उ.अ. और ७३रू १०व् पू.दे. पर उल्हास नदी के तट पर स्थित है। बंबई नगर से ३३ मील उत्तर-पर्वू की ओर 'मध्य रेल मार्ग' यहाँ दो मुख्य शाखाओं में विभक्त हो जाता है। बंबई नगर के समीप स्थित होने के फलस्वरूप कल्याण नगर की जनसंख्या तीव्र गति से बढ़ी और १९४१-५१ के दशक में लगभग दुगनी हो गई। कुल जनसंख्या ७३,४८२ (१९६१ ई.) थी। मुख्य उद्योग धान साफ करना और ईटें बनाना है, समीपवर्ती क्षेत्रों में जमीन से पत्थर खोदने का कार्य भी होता है। इस नगर के औद्यौगीकरण की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसकी उत्तम खाड़ी नौका विहार एवं मछली पकड़ने के लिए अनुकूल है। यहाँ पर मुसलमानों का मेला मई के महीने में हर वर्ष बड़े धूमधाम से लगता है।
कल्याण नगर का नाम प्राचीन शिलालेखों में भी मिलता है जो संभवत: पहली, दूसरी, पाँचवीं या छठी सदी ई. काल के हैं। ईसा काल की आरंभिक शताब्दियों में यह नगर एक राज्य की राजधानी और समुद्रवर्ती व्यापार का केंद्र था। १४वीं सदी ई. के आरंभ में मुसलमान शासकों ने इसका नाम बदलकर इसलामाबाद कर दिया। १५३६ ई. में पुर्तगालियों ने इसपर आधिपत्य जमाया। १७८० ई. में अंग्रेजों ने मराठों से जीतकर इस नगर को अपने अधीन कर लिया। (कृ.प्र.सिं.)