कलात पहले ब्रिटिश भारत का और इसके उपरांत पाकिस्तान का एक स्वतंत्र राज्य था, जो १२ अप्रैल, १९५२ ई. से बलूचिस्तान के अन्य स्वतंत्र राज्य, लास बेला, खुरान और मकरान के साथ पाकिस्तान में सम्मिलित कर लिया गया। कलात राज्य का क्षेत्रफल ५९,०६८ वर्ग मील था और जनसंख्या ५,८९,००० थी (१९६१)। १९४७ ई. में पाकिस्तान के निर्माण के उपरांत भी कलात एक स्वतंत्र राज्य था और बलूचिस्तान के उपर्युक्त तीनों स्वतंत्र राज्यों पर भी सामान्यत: कलात का ख़ान ही राज्य करता था। पाकिस्तान में सम्मिलित होने पर एक आज्ञा द्वारा पाकिस्तान सरकार ने कलात के वर्तमान खान को, अपने अंतिम समय तक के लिए, उपर्युक्त राज्यों के अध्यक्ष पद पर रहने की स्वीकृति दे दी है। तदुपरांत अध्यक्ष का चुनाव शासकों की एक सभा द्वारा हुआ करेगा।

इस राज्य का मुख्य नगर कलात है जो क्वेटा से ८८ मील दक्षिण २९रू २व् उ.अ.और ६६रू ३५व् पू.दे. पर समुद्रतल से ६,७८० फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यह नगर दीवारों से घिरा है, परंतु अब इनके बाहर भी आबादी का विस्तार हो गया है। कलात के खान का राजभवन एक दर्शनीय गढ़ के भीतर स्थित है, परंतु नगर के अधिकांश गृह मिट्टी द्वारा निर्मित हैं। उपर्युक्त गढ़ के चारों ओर स्थित घाटियाँ घनी बसी हैं जिनमें ऊँचाई की अधिकता तथा तापक्रम की विषमता होते हुए भी खेती खूब होती है। यह नगर कुज़दर, गंडावा, नुश्की, क्वेटा और अन्य नगरों को जानेवाले यात्रीमार्गो का केंद्र है। इस नगर पर १९३९ ई. में अंग्रेजों ने अपना अधिकार जमाया था। (सु.प्र.सिं.)