कर्नूलु आंध्र प्रदेश का प्रसिद्ध नगर है। यह कर्नूलु जिले का मुख्य प्रशासकीय केंद्र है। (स्थिति १५रू ५०फ़ उ.अ. और ७८रू ४फ़ पू.दे.) यह नगर तुंगभद्रा तथा हिंद्री नदी के संगम पर समुद्र के धरातल से ९०० फुट ऊँची एक चट्टानी भूमि पर स्थित है। यहाँ एक ब्रांच रेलवे लाइन मिलती है।

कर्नूलू व्यापारिक केंद्र तथा गल्ले की मंडी है। यहाँ पर कपड़े तथा दरियाँ बनाने और चमड़ा सिझाने का काम अच्छा होता है। नगर में रुई दाबक (cotton presses) कई कारखाने हैं। नगर की जनसंख्या १,००,८१५ (१९६१) थी जिनमें से करीब ५० प्रतिशत मुसलमान थे। आंध्र प्रांत के निर्माण पर कुर्नूलू कुछ काल के लिए इस प्रदेश की राजधानी भी था।

कर्नूलू जिले का विस्तार १८,७९९ वर्ग कि.मी. तथा उसकी जनसंख्या (१९७१) १९,८२,०९० है। जिले में कई समांतर पहाड़ियाँ मिलती हैं जिनें नलामलै तथा ऐलामलै की पहाड़ियाँ मुख्य हैं। तूंगभद्रा एवं कृष्णा मुख्य नदियाँ हैं। मुख्य फसलें रुई, दाल, तेलहन, चावल तथा अन्य अन्न हैं। कपड़े की बुनाई, रुई की गांठें बाँधना, तेल निकालना यहाँ के मुख्य उद्योग हैं।

(उ.सिं.)