कच्छ प्रदेश १९४७ ई. के पहले पश्चिमी भारतीय राज्यसंघ का एक छोटा सा राज्य था। यह अब नवनिर्मित महागुजरात राज्य का एक अंग है। इसका क्षेत्रफल १६,७२४ वर्ग मील है। इसके पूर्व एवं उत्तर में कच्छ की खाड़ी एवं पश्चिम में अरब सागर है।

कच्छ प्रदेश का अधिकांश भाग पहाड़ी एवं जंगली है। संपूर्ण प्रदेश ज्वालामुखी भूचाल के प्रभाव में है। मुख्य फसलें गेहूँ, जौ, ज्वार, दाल एवं कपास हैं। इस प्रदेश में पानी की कमी, वर्षा की अनिश्चितता एवं भूकंप की बहुलता के कारण अकाल अधिक पड़ते हैं। गर्मी के दिनों में यहाँ का तापक्रम १००रू फा. से १०५रू फा. तक हो जाता है। छोटी-छोटी पहाड़ी नदियाँ हैं जो वर्षा के अतिरिक्त अन्य मौसमों में सूखी रहती हैं। उपर्युक्त भौतिक कठिनाइयों के कारण यहाँ की आबादी कम है। (रा.बृ.सिं.)