कचहरी मध्यकालीन सामंतवादी युग में कचहरी उस स्थान को कहते थे, जहाँ पर सम्राट्, उसके सामंत अथवा अन्य अधिकारी विभिन्न विषयों पर अपने निर्णय देते थे। वर्तमान शासन प्रणाली में प्रत्येक राज्य न्यायिक प्राविधि द्वारा अधिकार दायित्व संबंधी विवादों के समाधान एवं विधि की अधिकृत व्याख्या के लिए पृथक संगठन की स्थापना करता है। इन संस्थाओं के लिए, एवं उस स्थान के लिए जहाँ न्यायप्रशासन होता है, कचहरी शब्द का प्रयोग होता है। (र.कु.मि.)