ओस्टवाल्ड विल्हेल्म (१८५३-१९३२ ई.) प्रसिद्ध रसायनज्ञ थे। उनका जन्म रीगा में हुआ था। प्रारंभ में उन्होंने अध्यापन का कार्य डोरपत विश्वविद्यालय तथा पीछे रीगा पॉलिटेक्नीक में किया। उसके बाद वे लाइपज़िग में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुए। शीघ्र ही वे अच्छे अध्यापक के रूप में लोकप्रसिद्ध हो गए और दूर देशों के विद्यार्थी उनके पास आने लगे। अपने व्याख्यानों तथा पुस्तकों में अर्रहिनियस के 'इलेक्ट्रॉलिटिक डिसोसिएशन' के सिद्धांत का उन्होंने अत्यधिक समर्थन किया। भौतिक रसायन के अनेक विषयों में उन्होंने अनुसंधान किया जिससे आधुनिक भौतिक रसायन के क्षेत्र में उनका नाम अमर हो गया है। १९०९ में उन्हें उत्प्रेरण (कैटालिसिस), रासायनिक क्रियाओं की गति तथा संतुलन (इक्वीलिब्रियम) के नियमों के कार्य पर नोबेल पुरस्कार मिला। अपने समय के वे प्रसिद्ध लेखक भी थे। उन्होंने १८८७ में 'साइट् शिफ़्ट फ़ूर फ़िज़िकलीशे केमी' नामक पत्रिका निकाली तथा कई पुस्तकें भी लिखीं। परिणामत: विज्ञानजगत् में उनकी पर्याप्त ख्याति हो गई। उनकी कई पुस्तकों का अंग्रेजी में भी अनुवाद हुआ है।

सं.ग्रं.-अर्न्स्ट फ़ोन मेयर (जॉर्ज मैक्गोवन द्वारा अनूदित) : ए हिस्ट्री ऑव केमिस्ट्री (१९०६); हेनरी मॉनमथ स्म्थि : टार्च बेयरर्स ऑव केमिस्ट्री। (विं.वा.प्र.)