ऐबर्डीन, जार्ज गार्डन (१७८४-१८६०) ब्रिटिश राजनीतिज्ञ, एडिनबरा में जन्म, ११ साल की उम्र में ही अनाथ हो गया, १८०१ में दादा के मरने के बाद लार्ड हुआ और एथरी हैमिल्टन से शादी कर ली।
ऐबर्डीन १८१२ में राजदूत बनाकर आस्ट्रिया भेजा गया और उसी ने तोपलित्क्स के संधिपत्र पर अगले साल दस्तखत किए। पेरिस की संधि भी अधिकतर उसी के प्रभाव से संपन्न हुई। सन् १८२८ में वह वेलिंग्टन के ड्यूक के मंत्रिमंडल में परराष्ट्र सचिव हुआ और उसके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण युग शुरू हुआ। उसने पहले फ्रांस से मैत्री की, फिर संयुक्त राज्य अमरीका से सद्भाव उत्पन्न किया। उसी के कार्यकाल में अमरीका के साथ आरेगन की संधि हुई जिससे कनाडा में ब्रिटेन को राजनीतिक लाभ और सुविधा मिली। १८४६ ई में ऐबर्डीन ने विदेशी अन्न संबंधी कर के प्रश्न पर इस्तीफा दे दिया।
उदार और अनुदार दल के संयुक्त मंत्रिमंडल में वह सन् १८५२ में ट्रेज़री का पहला लार्ड हुआ। उस मंत्रिमंडल में लार्ड पामर्स्टन और लार्ड जान रसेल के अतिरिक्त कई दूसरे प्रभावशाली राजनीतिज्ञ भी थे जिससे कालांतर में उसका टूट जाना अनिवार्य था। फिर भी ऐबर्डीन ने मंत्रिमंडल के कार्यो में पर्याप्त सहयोग दिया और उसी के सहयोग का परिणाम था कि १८५३ में ग्लैड्स्टन का प्रसिद्ध आयव्ययक मंत्रिमंडल ने मंजूर किया। क्रीमिया के युद्ध में उसके स्वभाव की कमजोरी स्पष्ट हो गई क्योंकि वह वस्तुत: शांति का मंत्री और देश के दूसरों के मामले में हस्तक्षेप न करने की नीति का समर्थक था। क्रीमिया के युद्ध के अवसर पर पूर्वी प्रश्न के संबंध में रूस और तुर्की के समक्ष ऐबर्डीन की नीति विफल हो गई और लार्ड जान रसेल के साथ-साथ उसने भी पदत्याग कर दिया। ऐबर्डीन कला का अच्छा समीक्षक था और उसने ग्रीक वास्तु के सौंदर्य पर एक पुस्तक भी लिखी। मैथ्यू नोबुल की बनाई उसकी मूर्ति वेस्टमिंस्टर अबे में रखी है। ऐबर्डीन का एक प्रतिकृति चित्र सर टी. लारेंस ने भी बनाया था। (ओं.ना.उ.)