ऐंडर्सन, हान्स क्रिशिचयन (१८०५-७५)। इनका जन्म २ अप्रैल, १८०५ को ओडेन्स (डेन्मार्क) में हुआ। अपने बचपन में ही उन्होंने कठपुतलियों के लिए एक नाटक की रचना कर अपनी भावी कल्पनाशक्ति का परिचय दिया। यह छोटे ही थे जब इनके निर्धन पिता की मृत्यु हो गई। तत्पश्चात् ये ऑपेरा में गायक बनने की इच्छा से कोपेनहागेन आए। इन्होंने इस समय बुरे दिन भी देखे, परंतु कुछ गायक मित्रों की सहायता से काम चलता रहा। गायक बनने की अभिलाषा छोड़कर इन्होंने रॉयल थियेटर में नृत्य सीखना आरंभ किया। रॉयल थियेटर के निर्देशक श्री कॉलिन ने डेन्मार्क नरेश से इनकी प्रशंसा की और कुछ वर्षो के लिए उन्होंने इनकी शिक्षा का भार सॅभाला। १८२९ में इन्हें फ़ॉडराइज़' नामक पुस्तक के प्रकाशन के फलस्वरूप प्रथम सफलता प्राप्त हुई। १८३३ में डेन्मार्क नरेश ने इनको कुछ धन भ्रमणार्थ दिया, जिससे इनका अनुभव बढ़ा। १८३५ में इनकी कथा 'इंप्रोवाइज़ेटर' को बहुत सफलता मिली। इस समय इन्होंने 'फ़ेयरी टेल्स' लिखना आरंभ किया, जिनके द्वारा ये विश्वविख्यात हुए। इन्होंने कई नाटक भी लिखे। १८७२ में एक दुर्घटना ने इन्हें किसी योग्य न रहने दिया और ४ अगस्त, १८७५ को इनकी मृत्यु हो गई। विश्व के बाल साहित्य और स्कैडिनेविया के साहित्य में इनका सर्वप्रथम स्थान है। विश्व की लगभग सभी भाषाओं में इनकी विख्यात कृतियों का अनुवाद हो चुका है। इनकी मुख्य कृतियाँ निम्नलिखित हैं : 'फ़ॉडराइज़' (१८२९), 'रैंबल्स' (१८३१); 'दि इंप्रोवाइज़ेर' (१८३५); 'फ़ेयरी टेल्स' (१८३५-३७, १८४५, १८४७-४८, १८५२-६२, १८७१-७२); 'ए पिक्चर बुक विदाउट पिक्चर्स' (१८४०); 'ए पोएट्स बज़ार' (१८४७); 'द दू बैरोनेसेज़' (१८४७); 'इन स्वीडेन' (१८४९); 'आत्मकथा', 'टु बी और नॉट टुबी' (१८५७) और 'इन स्पेन' (१८६३)। (स्कं.गु.)