ऐंटिवारी यह सागरपत्तन वारी के विपरीत होने के कारण वेनिसवासियों द्वारा इसी नाम से पुकारा जाता है। यह यूगोस्लाविया के मांटेनीग्रो प्रदेश में है और सन् १८७८ ई. तक तुर्को के अधीन था। प्राचीन नगर समुद्र से हटकर रामीजा (५,२२६ फुट) की छाया में जैतून के घने झुरमुटों से ढके हुए स्थल पर बसा हुआ है। यह एक भग्न प्राचीरवाला ग्राम है, जिसमें एक छोटा सा किला है। यह मसजिदों एवं बाजारों से घिरा हुआ है। पहाड़ों से घिरी हुई ऐंटिवारी की सुंदर खाड़ी यहाँ से तीन मील की दूरी पर है जहाँ प्रस्तन नामक पत्तन स्थित है। इस पत्तन (१९०६ ई. में बनाया गया) में २०० जहाज ठहर सकते हैं। एकमात्र रेलमार्ग वीरपजार से ऐंटिवारी तक की है, किंतु तट के किनारे सुंदर सड़क है। वारी आने जाने के लिए स्टीमरों द्वारा फेरी पार उतारने का प्रबंध है। मुख्य उद्योगों में मछली, पकड़ना, जैतून का तेल साफ करना तथा तंबाकू पैदा करना है। (श्या.सुं.श.)