ऐर्नाकुलम नवीन केरल राज्य में एर्नाकुलम जिले का प्रमुख नगर है (स्थिति ९रू ५९व् उ.अ. एवं ७६रू १७व् पू. दे.)। पहले यहाँ कोचीन राज्य की राजधानी थी और यह त्रिचूर जिले का भाग था। यह कोचीन से दो मील पूर्व पृष्ठानुवर्ती पश्चजल (बैक वाटर) पर स्थित है। यह कोचीन रेलवे का, जो पालघाट होकर आती है, अंतिम स्टेशन (टर्मिनस) भी है। यहाँ की जनसंख्या १९०१ ई. में केवल २१,९०१ थीं, किंतु १९५१ ई. में बढ़कर ६२,२८३ हो गई। १९६१ ई. में यहाँ की जनसंख्या १,१७,२५३ थी। यहाँ के लगभग ४० प्रतिशत निवासी उद्योग एवं व्यापार से ४० प्रतिशत अन्य सेवाओं एवं विविध साधनों से और शेष खेती आदि से जीविकोपार्जन करते हैं। इस नगर का व्यापार मुख्यतया कोंकण जाति एवं यहूदियों के हाथ में है। यह नगर तीव्र गति से प्रगति कर रहा है। यहाँ सरकारी प्रेस एवं महाराजा कालेज, ला कालेज आदि शिक्षा के केंद्र हैं। (का.ना.सिं.)