एडवर्ड (झील) यह मध्य अफ्रीका की एक प्रमुख झील है। पहले यह अल्बर्ट-एडवर्ड-न्यांजा के नाम से विख्यात थी। यह अल्बर्टाइन धसान घाटी (ङत्ढद्य ज्aथ्थ्ड्ढन्र्) में ०रू ८व् से ०रू ४०व् द.अ. और २९रू २८व् से २९रू ५२व् पू.दे. तक फैली तथा प्राय: अंडाकार है। इसका किनारा बहुत कम कटा छँटा है। यह उत्तर-पूर्व में २५ मील लंबी तथा २ फर्लांग से लेकर १ मील तक चौड़ी जलधारा द्वारा द्वेरू (क़््ध्रड्ढद्धद्व) झील से मिली हुई है, जो विषुवत् रेखा के उत्तर तक फैली है। एडवर्ड झील ४४ मील लंबी और ३२ मील चौड़ी हैं। दोनों झीलों का क्षेत्रफल लगभग ८२० वर्ग मील है। इस झील का एकमात्र निकास, सेमलीकी, इसके उत्तर-पश्चिमी छोर पर हैं। इस झील की सुषमा बड़ी मनोहर है। सूखे मौसम में जल के ऊपर कुहरा सा छाया रहता है, जिससे आसपास की पहाड़ियाँ बिलकुल दिखलाई नहीं पड़ती हैं। वर्षा ऋतु में जब आकाश स्वच्छ रहता है तो पश्चिम और उत्तर-पश्चिम की ओर झील को घेरे हुए पर्वतों की छटा देखते ही बनती है। झील का जल निर्मल, हल्के हरे रंग का है। इसमें मछलियों और जलकुक्कुटों की भरमार है। घड़ियाल और दरियाई घोड़े दक्षिणी दलदली भागों में मिलते हैं। इस झील के पूरे क्षेत्र का पता सन् १९०२-०४ ई. के आंग्ल-जर्मन सीमा आयोग के कार्यो से चला था। इसे खोजने का श्रेय मुख्यत: एच.एम.स्टेनली को हैं।
(श्या.सुं.श.)