एजवर्थ, मारिया (१७६७-१८४९) आयरलैंड के एक विशिष्ट भूमिपति की पुत्री थीं। इनके पिता शिक्षा संबंधी समस्याओं में विशेष रुचि रखते थे। 'प्रैक्टिकल एजुकेशन' नामक ग्रंथ में उनकी अभिरुचि का पूर्ण परिचय मिलता है। कुमारी मारिया की लेखनशक्ति उनकी बाल्यावस्था में ही प्रस्फुटित हुई और अपने पिता की प्रेरणा से उन्होंने 'द पेरेंट्स असिस्टेंट' नामक ग्रंथ की रचना आरंभ की जिसका प्रकाशन छह जिल्दों में सन् १८०० ई. में हुआ। परंतु उनका स्वाभाविक झुकाव उपन्यास की ओर था, और ३३ वर्ष की अवस्था में उन्होंने प्रसिद्ध उपन्यास 'कासिललैकरेंट' का प्रकाशन किया और उसके एक वर्ष पश्चात् ही 'वेलिंडा' का भी सृजन किया। उनकी प्रतिभा का प्रमाण आयरलैंड के सामान्य जीवन तथा पात्रों के सजीव चित्रण में मिलता है, जिसका प्रभाव उपन्यास सम्राट् सर वाल्टर स्कॉट ने मुक्त हृदय से स्वीकार किया है।
सं.ग्रं.–ई. लालेस : मारिया एजवर्थ, इंग्लिशमेन ऑव लेटर्स सीरीज़ १९०४। (वि.रा.)