हैदराबाद १. जिला - यह जिला भारत के आंध्र प्रदेश की राजधानी है। इससे पूर्व यह निज़ामराज्य की राजधानी था। इसके उत्तर में मेदक, पूर्व में नलगोडा, दक्षिण तथा पश्चिम में महबूबनगर पश्चिम में मैसूर राज्य का गुलबर्गा जिला है। इसकी जनसंख्या २०,६२,९९५ (१९६१ ई.) है। इसका क्षेत्रफल ४७८० वर्ग किमी है।
२. नगर - स्थिति १७� २०� उ. अ. तथा ७८� ३०� पू. दे.। यह नगर समुद्रतल से ५१६ मी की ऊँचाई पर कृष्णा की सहायक नदी मूसी के दाहिने तट पर स्थित है। नगर की जनसंख्या १२,५१,११९ (१९६१ ई.) है। यह बंबई, मद्रास कलकत्ता से मध्य रेलवे से तथा दिल्ली, मद्रास, बंगलोर और बंबई से वायुमार्गों द्वारा संबद्ध है। यह नगर कुतबशाही के पाँचवें शासक मुहम्मद कुली द्वारा १५८९ ई. में बताया गया था। प्रसिद्ध गोलकुंडा का किला यहाँ से लगभग ८ किमी की दूरी पर है। यहाँ पर मसजिदों की संख्या मंदिरों से अधिक है। नगर में निजाम की अनेक अनूठी इमारतें भी हैं। मक्का मसजिद, उच्च न्यायालय, सिटी कालेज, उस्मानियाँ अस्पताल तथा स्टेक पुस्तकालय आदि उल्लेखनीय इमारतें हैं। उस्मानियाँ विश्वविद्यालय का भवन भो दर्शनीय है। इस विश्वविद्यालय की प्रमुख विशेषता यह है कि यहाँ पर अध्ययन तथा अध्यापन का माध्यम एक समय उर्दू थी। अंग्रेजी दूसरी भाषा के रूप में तब पढ़ाई जाती थी। यहाँ की निजामियाँ वेधशाला भी उल्लेखनीय है।
हैदराबाद भारत के बड़े नगरों में एक है। यह व्यापार का प्रमुख केंद्र है। यहाँ मुख्यत: कपास तथा कपड़े का उद्योग होता है। नगर के मध्य भाग में ५५ मी ऊँची 'चार मीनार' नामक इमारत स्थित हैं। पूरा नगर पत्थर की दीवाल से घिरा हुआ है जिसमें १३ मुख्य द्वार हैं।
३. हैदराबाद नाम का एक नगर पाकिस्तान के दक्षिणी भाग में भी है। यह सिंधक्षेत्र का प्रमुख नगर है। यह नगर रेगिस्तानी भूभाग में सिंध नदी के उत्तरी पूर्वी किनारे पर स्थित है। सिंध नदी से सिंचाई हो सकनेवाले भाग में गेहूँ की उपज होती हैं। पुराने बाग तथा सिंध के मीरों के मकबरे दर्शनीय स्थल हैं। नगर की जनसंख्या ४,३४,५३७ (१९६५ ई.) है।