हेजैज (Hejaz) सऊदी अरब गणतंत्र के उत्तरी पश्चिमी भाग में अकाबा खाड़ी और लाल सागर के किनारे स्थित एक क्षेत्र है। हेजैज और नेज्द क्षेत्र मिलकर सऊदी अरब का निर्माण करते हैं। इसका क्षेत्रफल ३,८४,००० वर्ग किमी है। यह क्षेत्र लगभग १२८० किमी लंबा तथा १६० से ३२० किमी तक चौड़ा है। इसका दक्षिणी भाग पर्वतीय एवं पठारी है जो एक पतली एवं लंबी तटीय मेखला तथा भीतरी मरुस्थलों के बीच में स्थित है। यहाँ कई मरूद्यान तथा कुछ नदी धाराएँ हैं जिन्हें वादी (wadi) कहते हैं। खजूर, गेहूँ, ज्वार, बाजरा मुख्य कृषि उपज हैं। मधु, एवं फलों की प्राप्ति भी होती है। ऊँट, घोड़े, भेड़ और खच्चर पाले जाते हैं जिनसे खाल और ऊन की प्राप्ति होती है। खनिज तेल थोड़ी मात्रा में निकाला जाता है। सोना होने का अनुमान है लेकिन अभी इसकी खुदाई प्रारंभ नहीं हुई है।
निर्यात नगण्य है। तेलस्रोतों एवं तीर्थयात्रियों से पर्याप्त मुद्रा की प्राप्ति हो जाती है। हेजैज तीर्थयात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहाँ प्रति वर्ष हजारों मुसलमान यात्री विभिन्न देशों से जिद्दा नामक प्रसिद्ध बंदरगाह से होकर प्रवेश करते हैं। मक्का एवं मदीना की पवित्र नगरियाँ यहीं हैं। ताइफ अन्य महत्वपूर्ण नगर है। जिद्दा के अतिरिक्त येन्बो, एल वज्ह, रेविग, लिंथ और कूनाफिदा अन्य छोटे बंदरगाह हैं।
इस क्षेत्र में नाममात्र की सड़कें हैं। केवल जिद्दा से मक्का एवं मदीना को जोड़नेवाली सड़क है जो डामर की बनी हुई है। जिद्दा में एक हवाई अड्डा भी है। १२५८ ई. में बगदाद के खलीफा की पराजय के बाद इसपर मिस्र का अधिकार हो गया। हेजैज फिर तुर्कों एवं वहाबियों के अधिकार में रहा। १९१६ ई. में मक्का के शरीफ हुसेन इब्न अली ने तुर्कों को हराकर स्वतंत्र हेजौज की घोषणा की। १९२४ ई. में हुसेन इब्न अली को पराजित करके इब्न सऊद ने इस क्षेत्र को मिलाकर सऊदी अरब की स्थापना की। हेजैज की जनसंख्या लगभग २०,००,००० है। (राजेंद्र प्रसाद सिंह)