हिसार हरियाणा राज्य (भारत) का एक जिला और नगर है। जिले का क्षेत्रफल १३,९३४ ३५ वर्ग किमी. है। बीकानेर के महान् मरुस्थल के उत्तरपूर्वी सीमा पर यह जिला स्थित है। इसमें अधिकांशत: ठिगने वृक्ष और झाड़ियों से युक्त बलुए मैदान हैं जो दक्षिण में चलकर विशृंखलित एवं असम हो गए हैं। दक्षिण के उठे चट्टानी पहाड़ सैकत सागर के द्वीप जैसे लगते हैं। अनिश्चित रूप से जल आपूर्ति करनेवाली घाघर एकमात्र नदी है। यमुना नहर जिला से होकर जाती है। जलवायु शुष्क है। कपास पर आधारित उद्योग होते हैं। भिवानी, हिसार, हाँसी तथा सिरसा मुख्य व्यापारिक केंद्र है। अच्छी नस्ल के साँड़ों के लिए हिसार विख्यात है।

मुस्लिम विजय के पूर्व हिसार का अर्ध बलुआ भाग चौहान राजपूतों का अपयान स्थान था। १८वीं शताब्दी के अंत में भट्टी और भटियाला लोगों ने इसे अधिकृत किया था। १८०३ ई. में अंशत: यह ब्रिटिश अधिकार में आ गया किंतु १८१० ई. तक इनका शासन लागू न हो सका। १८५७ के प्रथम स्वंत्रता युद्ध, जिसे अंग्रेस सैनिक विद्रोह कहते हैं, के बाद निरापद रूप से, हिसार ब्रिटिश अधिकार में आ गया।

जिला मुख्यालय हिसार नगर में है। नगर का क्षेत्रफल १७.५३ वर्ग किमी है। दिल्ली से १५५ किमी उत्तर पश्चिम पश्चिमी यमुना नहर पर स्थित हिसार राजकीय पशु फार्म के लिए विशेष विख्यात है। सम्राट् फिरोजशाह ने १३५६ ई. में इसकी स्थापना की थी। १७८३ ई. के दुर्भिक्ष में हिसार प्राय: पूर्णत: जनहीन हो गया था, किंतु आयरलैंड के साहसी जार्ज थामस ने एक दुर्ग बनवाकर इसे पुन: बसाया। (शांति लाल कायस्थ)