हिमलर, हेनिरिख़ (१९००-१९४५) जरमन पुलिस दल (गेस्टापो) के अध्यक्ष। आरंभ में म्युनिक विश्वविद्यालय में कृषि की शिक्षा प्राप्त की। १९२७ में वे जरमनी के काली कुर्ती दल के उपनेता और १९२९ में नेता निर्वाचित हुए। १९३९ में वे हिटलर द्वारा नियुक्त शासक दल के उपनेता बने। जरमनी और जरमन अधिकृत प्रदेशों में नाजीविरोधी तत्वों का उन्होंने अत्यंत नृशंसतापूर्वक दमन किया। १९४४ के अंत तक उनकी शक्ति और प्रभुत्व का इतना अधिक विस्तार हो गया कि जरमनी में हिटलर के बाद उन्हीं की गणना की जाने लगी। १९४५ में हिटलर के पतन और मृत्यु के पश्चात् उन्होंने सांघातिक विष की टिकिया खाकर आत्महत्या कर ली। (भगवत स्वरूप चतुर्वेदी)