हडसन, विलियम हेनरी (१८४१-१९२२) अंग्रेजी लेखक। जन्मस्थान, रियो दे ला प्लाता, ब्यूनस आयर्स, अर्जेटाइना। अमरीकी मातापिता की संतान। प्रारंभिक जीवन अर्जेंटाइना के घास के विस्तृत मैदानोंवाले प्रदेश में ही बीता, परंतु १८६९ में वह दक्षिणी अमरीका छोड़कर इंग्लैंड आ गया। यहाँ उसका लगभग संपूर्ण जीवन, विशेषकर प्रारंभ में, निर्धनता और अकेलेपन के कारण कष्टपूर्ण रहा। १८७६ में उसने एमिली विनग्रेव से विवाह किया, और दस साल तक पत्नी ने वोडिंग हाउस चला चलाकर दोनों का भरणपोषण किया। १९०० में वह ब्रिटिश नागरिक बन गया। १९०१ में सरकारी पेंशन मिल जाने के कारण उसे कुछ सुविधा हो गई, परंतु परिस्थिति सुधरते ही उसने पेंशन लेना बंद कर दिया। बचपन से ही उसे प्रकृति से अत्यधिक अनुराग था और उसने उसका सूक्ष्म अध्ययन किया था, विशेषकर पक्षियों के जीवन का। उसके प्रकृतिवर्णन में वैज्ञानिक निस्संगता और तीव्र भावनानुभति का अद्भत सम्मिश्रण है।
हडसन की रचनाओं को तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है : प्रथम वे रचनाएँ हैं जो दक्षिणी अमरीका से संबंधित हैं, यथा 'दि पर्पुल लैंड' (युरूग्वे) (१८८५), 'ए क्रिस्टल एज' (इसमें शांतिपूर्ण आदर्श कल्पनालोर्कों पर व्यंग्य किया गया है) (१८८७), 'ए नेचुरलिस्ट इन ला प्लाता' (१८९२), 'एल ऑम्बू' (१९०२), 'ग्रीन मैन्शंस' (१९०४), तथा 'फ़ार ऐंड लाँग एगो' (१९१८) जो आत्मकथात्मक है। 'ग्रीन मैशंस' की अर्धपक्षी और अर्धमानव नायिका 'रीमा' उसके द्वारा निर्मित सबसे स्मरणीय चरित्र है।
ब्रिटिश प्रकृति एवं ग्राम्य प्रदेश से संबंधित कुछ रचनाएँ हैं : 'नेचर इन डाउनलैंड' (१९००), 'हैंपशायर डेज़' (१९०३), 'अफ़ुट इन इंग्लैंड' (१९०९), 'ए शेपर्ड्स लाइफ़' (१९१०) तथा 'डेड मैंस प्लैंक' (१९२०)।
पक्षीविज्ञान से संबंधित रचनाओं में प्रमुख हैं : 'ब्रिटिश बर्ड्स' (१८९५), 'बर्ड्स ऐंड मेन' (१९०१) तथा 'बर्ड्स ऑव ला प्लाता' (१९२०)।
हडसन की कुछ अन्य पुस्तकें हैं : 'आइडिल डेज इन पैटागोरिया' (१८९३), 'ए लिटिल ब्वाय लॉस्ट' (१९०५), 'दि लैंड्स एंड' (१९०८), 'ए ट्रैवेलर इन लिटिल थिंग्स' (१९२१), तथा मृत्यु के बाद प्रकाशित 'ए हाइंउ इन रिचमंड पार्क' (१९२२)। (जगदीशबिहारी मिश्र.)