सुमित्रा महाराज दशरथ की मँझली पत्नी जिनके गर्भ से लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न हुए थे। इसीलिए लक्ष्मण जी को सौमित्र, सुमित्रानंदन आदि कहा जाता है। पुत्रेष्टियज्ञ से प्राप्त चरु का आधा भाग दशरथ ने कौशल्या की ओर आधा कैकेयी को दिया था। बाद में कौशल्या तथा कैकेयी ने अपने-अपने भागों में से आधा-आधा सुमित्रा को दे दिया। इसी ने सुमित्रा जी के दो पुत्र हुए, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न। ((स्व.) रामज्ञा द्विवेदी)