सुमंत्र महाराज दशरथ के मंत्रियों में से एक, जिन्होंने कैकयी को फटकारा था। इन्होंने ही राम को लौटने का प्रयास किया था। किंतु उन्हें ही रा ने समझा बुझाकर लौटा दिया। सुमंत्र ने लौटकर महाराज दशरथ को राम का संदेश दिया कि अब वे बिना चौदह वर्ष वन में रहे लौट नहीं सकते। कौसल्या को इन्होंने सांत्वना प्रदान की। श् (चंद्रभान पांडेय)