सिसिली (Sicily) भूमध्य सागर का सबसे बड़ा द्वीप है जो इटली प्रायद्वीप से मेसीना जलमडरूमध्य, जिसकी चौड़ाई कहीं-कहीं दो मील से भी कम है, के द्वारा अलग होता है। ट्यूनीसिया से ९० मील चौड़े सिसली जलमडरूमध्य द्वारा अलग है तथा सार्डीनिया से इसकी दूरी २७२ किमी. है। इसकी आकृति त्रिभुजाकार है, उत्तर में कुमारी बोओ (Boeo) से कुमारी पेलोरो तक लंबाई २८० किमी., पूर्वी किनारा १९२ किमी. और दक्षिणी पश्चिमी किनारा २७२ किमी. लदा है। तट की कुल लंबाई १०८८ किमी. है और क्षेत्रफल ९८३० वर्ग मील है परंतु आस-पास के अन्य द्वीपों को मिलाकर क्षेत्रफल ९९२५ वर्गमील है।

धरातल-धरातल पठारी है जिसकी ऊँचाई उत्तर में ३००० फुट से ६००० फुट है। उत्तर में समुद्र के किनारे ऊँचाई एकदम कम हो जाती है परंतु दक्षिण तथा दक्षिण पश्चिम में ढाल क्रमिक है।

एटना ज्वालामुखी (१०,९५८ फुट) यहाँ के धरातल का एक मुख्य अंग है। इसमें लावा और राख की परतें पाई जाती हैं। ४००० फुट की ऊँचाई तक का भूभाग उपजाऊ तथा घना बसा है। ढालों पर अंगूर की बेलें और सिटरम, उत्तर व पश्चिम ढालों पर जैतून और अन्नादि पैदा होते हैं। ४००० फुट-६००० फुट के बीच मध्य जंगल है जिसमें ओक, चेस्टनस, वर्च आदि के वृक्ष, ६००० फुट-९००० फुट के मध्य केटीली झाड़ियाँ और ९००० फुट के उपर केवल लावा और राख पाए जाते हैं। एटना के उत्तर में पेलोरिटनी (Peloritani), न्व्रेाोड़ी तथा मदोनी पर्वतों की शृंखला है। निम्न मोंटी इरी पहाड़ी, जो गंगी से दक्षिण पूर्व दिशा में फैली है, सिसली जलमडरूमध्य और आयोनियन सागर के मध्य जल विभाजक रेखा का कार्य करती है। पश्चिम में समुद्र तट तक फैली हुई पहाड़ियों के मध्य तटीय मैदान हैं।

जलवाय-भूमध्य सागरीय है, तापमान ऊँचे रहते हैं। जाड़ों में तट का तापक्रम १०सें. और अंदर के क्षेत्रों का ४.५ सें. से अधिक रहता है। गर्मियों में तटवर्ती भागों का औसत ताप २४से २९सें. तथा अधिकतम ३८सें. तक पहुँच जाता है। वर्षा जाड़ों में, जिसकी मात्रा उत्तर, दक्षिण तथा मध्य में ७२.५ सेमी. से कम और सुदूर दक्षिण में ४३ सेंमी से भी कम है। सिरोको वायु का अस्वास्थ्यप्रद एवं हानिकारक प्रभाव भी पड़ता है।

प्राकृतिक वनस्पति-प्राकृतिक वनस्पति अब अधिकांशत: नष्ट हो चुकी है। केवल पहाड़ों की ढालों पर द्वीप के श्प्रतिशत भाग में जंगल हैं जिसमें बीच, बर्च, ओक और चेस्टनेट के वृक्ष पाए जाते हैं।

कृषि तथा मलय व्यवसाय-सिसली में लगभग ७७ प्रतिशत क्षेत्र में खेती होती है परंतु अपर्याप्त जलपूर्ति, कृषि के प्राचीन ढंग आदि के कारण प्रति एकड़ पैदावार कम है। खेती गहरी और विस्तृत दोनों ढंग से होती है। तटवर्ती क्षेत्रों में गहरी खेती होती है जिसमें फलों के वृक्षों के बाग, अंगूर की बेलों, तरकारियों तथा अनाज के खेत पाए जाते हैं। यहाँ की मुख्य उपजों नींबू, नासपाती, खट्टे रस के फल, अखरोट, अंगूर, बीन, जैतून के आदि फल, टमाटर और आलू आदि तरकारियाँ उत्पन्नश् होती हैं। खेत छोटे-छोटे हैं।

अंतर्देशीय भाग में विस्तृत खेती होती है जहाँ की मुख्य उपज गेहूँ है, इसके अतिरिक्त सेम, कपास आदि का भी उत्पादन होता है।

यहाँ गाय, बैल, गधा, भेड़, बकरियाँ होती हैं। चरागाह कम हैं और चारे की कमी रहती है जिसका अधिकांशत: निर्यात होता है।

उद्योग-मछली, फल और तरकारियों को डिब्बों में बंद करने के उद्योग का विकास सन् १९४५ के पश्चात् हुआ। इस समय कृषि उद्योग अधिक विकसित है। फलों का रस तथा उनका तत्व निकालने, खट्टे फलों से अम्ल बनाने, शराब बनाने, जैतून का तेल निकालने और आटा पीसने का कार्य होता है। नमक समुद्र तथा पर्वतों से निकाला जाता है। इसके अतिरिक्त जहाज और सीमेंट बनाने का भी कार्य होता है।

यातायात के साधन--पालेरेमो (Palermo) मसीना और कटनिया (Catania) सिसली के मुख्य बंदरगाह हैं जो रेलमार्ग द्वारा एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। एक रेलमार्ग उत्तरी तट पर पलेरमो से मसीना तक, दूसरा पूर्वी तट पर मसीना से कटनिया और सिराक्यूज (Syracuse) तथा तीसरा अंदर की तथा कटनिया से एना (Enna) होता हुआ पलेरमो को जाता है। इसके अतिरिक्त सड़कें भी इन नगरों को संबद्ध करती हैं। इन नगरों का इटली से संबंध स्टीमर और पुलों के द्वारा है।

जनसंख्या और नगर- जनसंख्या का वितरण असमान है। तटीय भाग और एटना के आसपास घनत्व ४०० से २,६०० व्यक्ति प्रति वर्ग मील तथा अंदर के भागों में विशेष कम है। पलेरमो, कटनिया, मसीना और ट्रेपनी (Trapni) आदि बड़े नगर यहीं हैं। अधिकतर लोग इन्हीं नगरों में रहते हैं। आंतरिक और दक्षिणी भाग में अधिकांशत: लोग ५,००० से लेकर ५०,००० तक की जनसंख्या वाले नगरों में रहते हैं।

सिसली के निवासियों की औसत ऊँचाई ५ है। उनकी आँखें और बाल काले होते हैं। इनकी भाषा इटली से भिन्न है। लोग अंधविश्वासी तथा गरीब हैं, अतिथि का स्वागत एवं आदर करते हैं।

पलेरमो, कटनिया और मसीना में विश्वविद्यालय हैं। चर्च कई नगरों में हैं। द्वीप में ९ प्रांत हैं। पलेरमो इसकी राजधानी है। (सुरेश चंद्र शर्मा)