सिजिस्मंड तृतीय (१५६६-१६३२) सिजिस्मंड तृतीय जॉन तृतीय का पुत्र और पोलैंड तथा स्वीडन का बादशाह था। २७ दिसंबर, १५८७ को वह राजगद्दी पर बैठा। उसे अपनी जनता की सहानुभूति और समर्थन प्राप्त करने में सफलता मिली। उसकी अंतरराष्ट्रीय नीति बहुत निश्चित और सुलझी हुई थी। उसके शासन के प्रथम २३ वर्ष प्रधानमंत्री जमोयस्की (Yamoyski) के साथ प्रतिद्वंद्विता में ही व्यतीत हुए। १५९२ में उसकी शादी ऑस्ट्रिया की आर्कडचेस ऐन (Archduchess Anne) से हुई। वह ३० सितंबर, १५९३ को स्टॉकहोम पहुँचा और १९ फरवरी, १५९४ को वह स्वीडन का शासन चार्ल्स और वहाँ की सीनेट के हाथ में छोड़कर पोलैंड लौट आया। चार वर्ष बाद जुलाई, १५९८ में अपने चाचा से उसे अपने राज्याधिकार की सुरक्षा के लिए लड़ना पड़ा और २५ सितंबर को उसकी पराजय हुई। इसके बाद उसे स्वीडन देखने का कभी अवसर नहीं मिला, फिर भी अपने राज्याधिकार को छोड़ने से उसने इनकार कर दिया। उसकी इस जिद के कारण बहुत दिनों तक पोलैंड और स्वीडन में युद्ध होता रहा। ६६ वर्ष की आयु में अचानक ही उसकी मृत्यु हो गई। ((स्व.) सत्यदेव विद्यालंकार)